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कैरियर

परिवहन के क्षेत्र में कॅरियर के चमकीले अवसर

'रोज़गार और निर्माण' के पाठकों के लिए 'कॅरियर की राहें' नाम से उपयोगी स्तंभ लगातार प्रकाशित किया जा रहा है। युवाओं को कॅरियर की विभिन्न विधाओं से परिचित कराने और कॅरियर के रास्तों पर आगे बढ़ने के लिए सफल दिशाएँ देने वाला 'कॅरियर की राहें' स्तंभ नियमित रूप से महीने में दो बार कॅरियर काउंसलर श्रीमती मीना भंडारी द्वारा प्रस्तुत किया जाता है। श्रीमती भंडारी पिछले 21 सालों से कॅरियर विषयों पर लिख रही हैं।

परिवहन का अर्थ एक स्थान से दूसरे

     स्थान तक व्यक्तियों, पशुओं और वस्तुओं को लाने ले जाने से है। परिवहन के साधनों में रेल, सड़क, जल, वायु, केबल, पाइपलाइन आदि शामिल हैं। गौरतलब है कि परिवहन क्षेत्र विकास और लोगों के कल्याण पर प्रत्येक रूप से प्रभाव डालने वाला अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण घटक है। जब देश की परिवहन व्यवस्था दक्ष होती है तो उससे आर्थिक सामाजिक अवसर तथा लाभ उपलब्ध होते हैं जिसके कारण बाजारों तक बेहतर पहुँच, रोजगार और अतिरिक्त निवेश जैसे कई सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न होते हैं।

ज्ञातव्य है कि परिवहन क्षेत्र ने भारत में रोजगार वृध्दि में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। पिछले वर्षों में सरकार ने परिवहन के क्षेत्र को विकसित करने पर काफी जोर दिया है तथा परिवहन के विकास के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश किया गया है। इसे देखते हुए यह कहा जा सकता है कि भविष्य में इस क्षेत्र में रोजगार के चमकीले अवसर निर्मित होंगे।

परिवहन विशेषज्ञ सड़कों, राजमार्गों, रेलमार्गों, हवाई अड्डों तथा नौवहन बंदरगाहों की योजनाएँ, डिजाइन इस प्रकार से तैयार तथा प्रचालन करते हैं जिससे लोगों और वस्तुओं का एक जगह से दूसरी जगह तक सुरक्षित तथा दक्षतापूर्वक परिवहन हो सके। परिवहन से जुड़े कुछ प्रमुख कॅरियर इस प्रकार हैं-

  • परिवहन योजनाकार- अन्वेषण कार्य तथा प्रस्तावित राजमार्ग परियोजनाओं से वायु तथा ध्वनि प्रदूषण, आर्द्रभूमि पर पड़ने वाले प्रभावों तथा सामाजिक-आर्थिक प्रभावों के साथ अन्य पर्यावरणीय प्रभावों को कम करना परिवहन योजनाकार का कार्य होता है। परिवहन योजनाकार सरकारी अधिकारियों, शहरी योजनाकारों तथा आस पड़ोस में परियोजना से प्रभावित होने वाले समुदाय के साथ मिलकर एक टीम के रूप में कार्य करते हैं।

  • परिवहन डिजाइनर- हवाई अड्डों, शॉपिंग मॉलों, एम्यूजमेंट पार्कों, आवासीय, औद्योगिक तथा कार्यालय के विकास कार्यों के साथ-साथ पैदल यात्री प्रणालियों के लिए विभिन्न परिवहन सुविधाओं को डिजाइन करते हैं। परिवहन डिजाइनर यातायात के सुगम प्रवाह को बनाए रखने के लिए सड़कों एवं पुलों को भी डिजाइन करते हैं।

  • परिवहन प्रचालन- परिवहन प्रचालन प्रबंधक यातायात नियंत्रण, चिन्हों तथा मार्ग चिन्हों की डिजाइन, कार्यान्वयन और अनुरक्षण करते हैं। साधारण सड़कों और निर्माण कार्य क्षेत्रों, घुमावदार मार्गों तथा विशेष क्षेत्रों में सुरक्षित आवागमन के लिए यातायात नियंत्रण का कार्य भी यही लोग करते हैं।

  • सड़क परिवहन प्रबंधक- सड़क परिवहन प्रबंधक वाहनों के दक्ष तथा सुरक्षित संचालन तथा यात्रियों एवं वस्तुओं को सड़क से लाने-ले-जाने वाले वाहनों के सुरक्षित संचालन की सभी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हैं। 

  • सड़क परिवहन लिपिक- सड़क परिवहन लिपिक सड़क परिवहन कंपनियों के लिए विभिन्न किस्मों के प्रशासनिक कार्य संचालित करते हैं। इनके कार्यों में ग्राहकों की पूछताछ, लेखा-जोखा रखने, वाहनों का संचालन तथा सुपुर्दगी, आदेशों की प्रोसेसिंग तथा स्टाफ का प्रबंधन आदि कार्य सम्मिलित होते हैं। इनका कार्य मुख्यत: वस्तुओं और यात्रियों के सड़क से परिवहन से जुड़े प्रशासनिक और वित्तीय कार्यों से संबंधित होता है तथा इसमें कम्प्यूटर प्रणालियों का प्रयोग भी शामिल होता है।

  • यातायात प्रबंधक- यातायात प्रबंधक उचित मूल्य तथा बेहतर सेवा पर आधारित परिवहन के साधनों और मार्गों का निर्धारण करता है।

  • लोकोमोटिव इंजीनियर्स- लोकोमोटिव इंजीनियर्स स्टेशनों के बीच चलने वाली यात्री और मालगाड़ियों का प्रचालन करते हैं। इंजीनियर्स अपने लोकोमोटिव्स की यांत्रिक स्थिति की जाँच तथा आवश्यक छोटे-मोटे संयोजन तथा प्रलेखन से जुड़े कार्य करते हैं।

  • रेल मार्ग संचालक- रेलमार्ग संचालक माल अथवा यात्री गाड़ी के कर्मचारियों की सभी गतिविधियों का समन्वय करते हैं।

  • उपमार्ग संचालक- उपमार्ग संचालक शहरों और उपनगरों के जरिए यात्रियों का परिवहन करने वाली ट्रेनों को नियंत्रित करते हैं। ट्रेनें भूमिगत सुरंगों, भूतल पर अथवा एलिवेटेड ट्रेकों पर चलती हैं। ऑपरेटर्स ट्रैकों के साथ लगे सिग्नलों की चौकसी करते हैं जिससे ट्रेनों का संचालन सुगमतापूर्वक हो सके।

  • रेलवे इंजीनियर्स- रेलवे इंजीनियर्स रेलवे पटरियों तथा पुलों के निर्माण और योजना जैसी तकनीकी गतिविधियाँ संचालित करते हैं। 

  • वाणिज्यिक प्रभाग- वाणिज्यिक प्रभाग टिकट जाँच, खानपान व्यवस्था, स्टेशनों के प्रशासनिक और प्रबंध कार्य, आरक्षण और प्लेटफार्म पर घोषणाओं से संबंधित सभी वाणिज्यिक गतिविधियाँ संचालित करते हैं।

  • आव्रजन तथा सीमा शुल्क विभाग- आव्रजन विभाग पर बंदरगाहों तथा हवाई अड्डों पर पहुँचने वाले व्यक्तियों के प्रवेश के अधिकार की जाँच की जिम्मेदारी होती है। इसी प्रकार सीमा शुल्क विभाग के अधिकारियों पर उन वस्तुओं की जाँच की जिम्मेदारी होती है जिन पर शुल्क लगता है।

  • विमानन तथा मचर्ेंट नेवी क्षेत्र- विमानन क्षेत्र में पायलट, एयर होस्टेस, एरोनॉटिकल इंजीनियर्स तथा एयरलाइन टिकटिंग जैसे कार्य शामिल होते हैं। इसी प्रकार मचर्ेंट नेवी समुद्र से सामान और कभी कभार यात्रियों के परिवहन से संबंधित है। इस क्षेत्र में जो पद उपलब्ध हैं, वे हैं- नेविगेटिंग अधिकारी, रेडियो अधिकारी तथा समुद्री इंजीनियर आदि।

      वर्तमान में परिवहन के क्षेत्र में रोजगार के विभिन्न चमकीले अवसर हैं। उपयुक्त योग्यता रखने वाले युवा सरकारी क्षेत्र तथा निजी क्षेत्र में परिवहन डिजाइनरों, परिवहन, योजनाकारों, परिवहन प्रचालन विशेषज्ञ के रूप में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। परिवहन क्षेत्र में उपयुक्त योग्यता रखने वाले उम्मीदवार भारतीय रेलवे, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, नागर विमानन महानिदेशालय, पोर्ट ट्रस्ट तथा सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। निजी क्षेत्र में कार्यरत परिवहन कंपनियों में भी रोजगार के उजले अवसर विद्यमान हैं। वेतन की बात की जाए तो वेतन योग्यता एवं अनुभव के अनुसार मिलता है।

      चँकि परिवहन एक विशेषीकृत क्षेत्र है तथा इसमें तकनीकी कौशल की आवश्यकता होती है इसलिए विभिन्न तकनीकी कौशल विकास हेतु भिन्न-भिन्न प्रकार के रोजगारोन्मुखी पाठयक्रम विभिन्न संस्थानों में उपलब्ध हैं, जिनमें से प्रमुख पाठयक्रम एवं संबंधित संस्थान इस प्रकार हैं-

  • एरोस्पेस इंजीनियरिंग में बी.टेक, परिवहन प्रणाली इंजीनियरिंग में एम. टैक. तथा पीएचडी पाठयक्रम देश के कई भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में उपलब्ध हैं। 

  • परिवहन नियोजन, शहरी नियोजन, क्षेत्रीय नियोजन, आवास और पर्यावरणीय नियोजन में बैचलर तथा मास्टर्स डिग्री योजना एवं वास्तुकला विश्वविद्यालय, नई दिल्ली में उपलब्ध है।

  • परिवहन तथा ऑटोमोबाइल डिजाइन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठयक्रम नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ डिजाइन, अमहदाबाद में उपलब्ध है।

  • रेल परिवहन और प्रबंध, परिवहन अर्थशास्त्र एवं प्रबंध और मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट एवं संभार तंत्र प्रबंध में डिप्लोमा पाठयक्रम इंस्टीटयूट ऑफ रेल ट्रांसपोर्ट, नई दिल्ली में उपलब्ध है।

  • लॉजिस्टिक्स एवं नौवहन, लॉजिस्टिक्स एवं बंदरगाह प्रचालन में डिप्लोमा/स्नातकोत्तर डिप्लोमा एमबीए पाठयक्रम इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ लॉजिस्टिक्स, चैन्नई में उपलब्ध है।

 

 
 
     
     

 

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